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गर्भावस्‍था के बाद महिलाओं में छिपे हुए भावनाओं को जानें(Emotional Changes)

गर्भावस्‍था के बाद महिलाओं में छिपे हुए भावनाओं को जानें(Emotional Changes)
Emotional Changes


बच्चे को Birth देने के बाद महिला कई प्रकार के Pregnancy Hormones परिवर्तन से गुजरती है गर्भावस्था के बाद, यह परिवर्तन Emotional Changes सबसे ज्यादा नाटकीय होते हैं। आइए इस स्लाइड शो के माध्यम से जानें बच्चे के जन् के बाद नई माताओं को किन भावनाओं से गुजरना पड़ता है। treatment for postpartum depression गर्भावस्था में बदलाव के बारे में हम आपको बताने जा रहे है

पोस् गर्भावस्था में बदलाव 
गर्भावस्था में निसंदेह आप की भावनाओं का ही एक हिस्सा है, जिसका अनुभव हर महिला में होता है। लेकिन Post गर्भावस्था में भावनाओं की ऐसी मिक्सिड स्थिति होती है, जिसकी व्याख्या करने में किसी भी Women की क्षमता नहीं होती जब बच्चे का जन् होता है | तो एक अद्भुत खुशी का एहसास उन्हें होता है, लेकिन माता-पिता शब्दों में तो इस खुशी की अनुभव व्याख्या नहीं कर सकते है। विशेष रूप सें महिलाएं तो गर्भावस्था और जन् देने के बाद कई प्रकार के Pregnancy Hormones परिवर्तन से गुजरती है, गर्भावस्था के बाद भी यह परिवर्तन सबसे ज्यादा नाटकीय होते हैं। विज्ञान के अनुसार से आमतौर पर एक महिला में कई तरह की छिपी भावनाएं देखने को मिलती ही है। आइए इस स्लाइड शोत के माध्यम से जानें बच्चे के Birth के बाद भी माताओं को किन-किन भावनाओं से गुजरना पड़ता है।


संदेह की भावना
बहुत सारे माताओं ने इस बात को स्वीकार भी किया है क्योंकि संदेह से भावना समय के साथ उनके मन पर भी कब्जा कर लेती है। इस शक की प्रकृति से छुटकारा पाने के लिए अपने जीवन साथी से इस बारे में बात करना सबसे जयादा जरूरी होता है


डर और क्रोध
डर दूसरी सबसे जयादा बड़ी समस्या होती है जो नई मां महसूस करती है। इस में मामूली भय से भी अधिक जटिल भय की भावना शामिल रहती है। डर की भावना कई नए माताओं विशेष रूप से मातृत्व के प्रारंभिक दौर में गुजरती है| पोस्ट गर्भावस्था के बाद अपने आप ठीक भी हो जाती है। एक शोध के ही अनुसार क्रोध, और चिड़चिड़ापन प्रसवोत्तर मूड विकारों के लक्षण भी होते हैं। इन आम समस्याओं के साथ-साथ पोस्ट गर्भावस्था के बाद भी महिलाओं को सामना करना पड़ता हैं।


गर्भावस्था के बाद भी उदासी
मूड में बदलाव और चिंता के लक्षणों के साथ-साथ प्रेरणा की कमी भी होती है| नींद आना और निराशा की भावना में ऐसे कुछ विचार है जो किसी भी महिलाओं के मन में पोस् गर्भावस्था मे आते ही हैं। यह औसतन 50 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करती रहती हैं। आमतौर पर बच्चे के जन् के 3 से 5 दिन के बाद देखने को मिलते हैं। गर्भावस्था के बाद भी सभी महिलाओं को सहानुभूतिपूर्वक समझे और इस समय उसे अपने पार्टनर की सबसे ज्यादा जरुरी होती है।


अकल्पनीय घबराहट और अतिसंवेदन शीलता
बच्चे को जन् देने के बाद भी आमतौर पर महिलाएं बहुत भावुक हो जाती हैं। पोस् गर्भावस्था में महिला की  आसानी से भौंचक्का और  परेशान और बहुत ही ज्यादा चिंतित होना सामान् बात है। गर्भावस्था के बाद महिला खुद को सभी चीजों से लोगों की भावनात्मक गहराई से प्रभावित महसूस भी करती है। यह अनुभव भी समय के साथ और भी भ्रमित करता रहता है।


खुशी महसूस करना
कहा जाता है कि महिला पोस् गर्भावस्था के बाद भी नकारात्मक विचारों की तरह एक महिला में सकारात्मक भावनाएं भी देखने को मिलती ही है | और यह खुशी भी आमतौर पर मिक्सिड होती है। लेकिन यह काफी अजीब लगता है| लेकिन माताओं के लिए दुनिया में सबसे जयादा और बहुत बड़ी खुशी की बात होती है।


इस लेख से संबंधित किसी प्रकार के सवाल या सुझाव के लिए आप यहां पोस् पे जा सकते है 
गर्भावस्‍था के बाद महिलाओं में छिपे हुए भावनाओं को जानें(Emotional Changes) गर्भावस्‍था के बाद महिलाओं में छिपे हुए भावनाओं को जानें(Emotional Changes) Reviewed by Mohammadtipusultan on 09:41:00 Rating: 5

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